15 August
साइबर क्लासेज परिवार की से स्वतंत्रता दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं
स्वतंत्रता दिवस के
बारे में मत्वपूर्ण तथ्य
15 अगस्त, 1947 को भारत को लंबे संघर्ष के बाद
आजादी प्राप्त हुई थी। हर साल इस दिन को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। इस
साल भारत 74वां स्वतंत्र दिवस मनाने जा रहा है।
भारत की आजादी में कई वीरों का अहम योगदान रहा है। 15 अगस्त का दिन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। आज हम आपको 15 अगस्त से जुड़ी कुछ रोचक बातें
बताएंगे
15 अगस्त ही क्यों ?
भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के
अनुसार मित्र देश की सेनाओं के सामने जापान के आत्म समर्पण की दूसरी
वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इस कारण इसी दिन भारत को आजाद करने का फैसला किया गया था।
सीमा रेखा निर्धारण
नहीं
15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच
सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ जोकि भारत और पाकिस्तान की सीमाअओं को
निर्धारित करती थी।
महात्मा गांधी नहीं हुए
थे जश्न में शामिल
भारत को आजादी दिलाने में महात्मा गांधी का अहम
योगदान रहा था। लेकिन 15 अगस्त 1947 को आजादी के जश्न के मौके पर
महात्मा गांधी शामिल नहीं हुए थे। महात्मा गांधी उस दिन पश्चिम बंगाल के नोआखली
में अनशन पर बैठे थे। महात्मा गांधी हिंदूओं और मुस्लिमों के बीच में हो रही
सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।
15 अगस्त 1947 को लाल किले से नहीं फहराया गया था तिरंगा
स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के दिन भारत के
प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराते हैं, परंतु 15 अगस्त 1947 को लाल किले से तिरंगा नहीं फहराया गया था।
लोकसभा सचिवालय के एक शोध के अनुसार नेहरू ने 16 अगस्त 1947 को लाल किले से
तिरंगा फहराया था।
15 अगस्त 1947 में भारत का कोई
राष्ट्रगान नहीं था
भारत 15 अगस्त 1947 में आजाद हुआ। इस दिन तक भारत का
अपना कोई राष्ट्रगान नहीं था। रवीन्द्रनाथ टैगोर 'जन-गण-मन' 1911 में ही लिख चुके थे, परंतु इसको राष्ट्रगान 1950 में घोषित किया गया।
नेहरु जी का ऐतिहासिक
भाषण
जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी'
14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया गया
था।
ये देश भी हुए 15 अगस्त को आजाद
स्वतंत्रता को लेकर प्रत्येक व्यक्ति की अपनी परिभाषा है. हर देश की अपनी
संस्कृति और रस्में होती हैं. स्वतंत्रता के लिए संघर्ष के पीछे भी हर देश की अपनी
ही कहानी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 15 अगस्त को भारत के साथ
और कितने अन्य देश स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं भारत के अलावा 15 अगस्त के दिन इन देशों को भी आजादी प्राप्त हुई थी...
1. कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य (Republic of
Congo)
कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य
अफ्रीका महाद्वीप के मध्य में स्थित देश है और क्षेत्रफल की द्रष्टि से यह अफ्रीका
महाद्वीप का तीसरा सबसे बड़ा देश है. कांगो अफ्रीकी देश ने 15 अगस्त, 1960 को फ्रेंच औपनिवेशिक शासकों
से स्वतंत्रता प्राप्त की थी. यह क्षेत्र 1880 में फ्रांसीसी शासन के अधीन
आया था और इसे पहले फ्रेंच कांगो के रूप में जाना जाता था.
2. कोरिया (North Korea
and South Korea)
द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में सहयोगी दलों द्वारा कोरियाई प्रायद्वीप को मुक्त करने के बाद उत्तरी कोरिया और दक्षिण कोरिया ने 15 अगस्त, 1945 को जापान से स्वतंत्रता प्राप्त की थी. आजादी के तीन साल बाद यहाँ पर 15 अगस्त,1948 को सरकार बनी थी
3. लिकटेंस्टीन (Liechtenstein)
दुनिया के सबसे छोटे देशों
में से एक, लिकटेंस्टीन
को 1866 में जर्मन शासन से मुक्त किया
गया था और 15 अगस्त को 1940 के बाद से यह राष्ट्रीय दिवस
के रूप में मनाया जाता है.16 अगस्त
का यह दिन राजकुमार फ्रांज-जोसेफ द्वितीय के जन्मदिन से भी जुड़ा हुआ है. इसलिए भी
15 अगस्त
को उत्सव मनाया जाता हैं
4. बहरीन (Bahrain)
बहरीन संयुक्त
राष्ट्र के सर्वेक्षण के बाद ब्रिटिश अधिकार से 15 अगस्त,1971 में अपनी आजादी की घोषणा की
थी. यद्यपि 15 अगस्त
वास्तविक तारीख है जिस दिन बहरीन ने ब्रिटिशों से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की थी.
परन्तु इस तारीख को यह स्वतंत्रता दिवस के रूप में नहीं मनाता है. इसके बजाय, राज्य 16 दिसंबर को "राष्ट्रीय
दिवस" का जश्न मनाता है क्योंकि इसी दिन पूर्व शासक ईसा बिन सलमान अल खलीफा
ने सिंहासन ग्रहण किया था. यहा पर 16 दिसंबर को राष्ट्रीय अवकाश
होता है
अन्य जानकारी
- 15 अगस्त 1872 को ब्रिटिश राज से भारत को आजादी दिलाने में अहम योगदान देने वाले महर्षि अरबिंदो घोष का जन्म हुआ था।
- 15 अगस्त 1519 को पनामा शहर बनाया गया।
- 15 अगस्त 1772 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने विभिन्न जिलों में अलग सिविल और आपराधिक अदालतों के गठन का फैसला लिया था।
- 15 अगस्त, 1854 को ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता (वर्तमान में कोलकाता) से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई थी हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन 1855 में शुरू हो सका था।
- 15 अगस्त, 1950 के दिन असम भीषण भूकंप आया था जिसके कारण यहां करीब 1500-3000 लोगों की मौत भूकम्प के कारण हो गई थी।
हमारे youtube channel को subscribe करे
लेखक
: विजय वर्मा
happy independence day
ReplyDeletevery useful information
ReplyDelete